हमारी आवाज़… हमारा अधिकार

संगठनात्मक शक्ति की बात की जाये तो पिछले 70 वर्षों में मुस्लिम समाज में मज़हबी तंजीमों (धार्मिक संगठनों) का दबदबा रहा है| उलेमा बिरादरी, मुस्लिम मसाइल पर आवाज़ बुलंद करती आई है| संघर्ष में भी लीडरशिप मज़हबी तंजीमों के हाथ ही रही है| अन्य मुस्लिम राजनैतिक लीडर राजनैतिक दलों की विचारधारा में बहते रहे है, जिस कारण मुस्लिम समाज में स्वतंत्र लीडरशिप की कमी रही है। भारत के सबसे कमज़ोर समाज से उठकर बाबा साहेब आंबेडकरने अपने समाज को मन्त्र दिया “शिक्षित बानो, संगठित बनों, संघर्ष करो” इस मन्त्रने दलितों के मोहल्लों में घर घर संगठन बनाया और शिक्षा के साथ संघर्ष भी करना सिखा दिया।
मुस्लिम समाज जो भारत में 800 वर्षों तक शासक रहे अचानक दलितों से भी पिछड़ रहे हैं, जिस की पुष्टि सच्चर समिति ने भी की है।
22 दिसंबर 2017 को अहमदाबाद में कुछ मुस्लिम युवाओं ने हमारी आवाज़… हमारा अधिकार… नाम से एक संगठन का गठन किया| जिसमे कोई मज़हबी रहनुमा नहीं था| चंद युवाओने बीजेपी सरकार द्वारा की गई शरारत अर्थात ट्रिपल तलाक जैसे गैर ज़रूरी बिल पर लोकसभा में रखा| जिसपर देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी खामोश थी।
दिसम्बर 2017 को लोकसभा में ट्रिपल तलाक पर बहेस और वोटिंग के कुछ ही घंटो बाद इस संग्ठनने बड़ा सम्मलेन कर अहमदाबाद ही नहीं, सोशल मीडिया के माध्यम से देश की बड़ी विपक्षी पार्टी और देश के मुसलमानों को सोचने पर मजबूर कर दिया।
इसके संग्ठन के फाउंडर सुफियान मोहम्मद रफी राजपूत, मेहताब आलम कुरैशी, मुशरर्फ(बबलू राजपूत) हैं । इनकी इस टीम के साथी बरोड़ा से अब्दुल कय्यूम, जुहापुरा से तौफीक शेख(ATF), दानीलिमडा से इमरान हिन्दुस्तानी, दरीयापुर से फरहान सैयद, बापूनगर से इमरान शेख, असलम शेख, सहजाद राजपूत, मुनव्वर भाई जिन्होंने इसकी शुरुआत की।
संगठन के नाम की घोषणा 27 दिसम्बर 2017 को की गयी। हमारी आवाज़… हमारा अधिकार.. पहला प्रोग्राम उस ऐसी तारीख को हुआ जब पूरा देश और दुनीया अपने-अपने रंगों के जश्न में डूबे हुए थे। शरियत में हस्तकक्षेप पर गुस्साए 5 मुस्लिम नौजवान क्रांतिकारी बन समाज के अधिकारों की लड़ाई लड़ने निकल पड़े। वो तारीख थी 31 दिसम्बर 2017। इस प्रोग्राम में आये जाने माने चेहरे बरोड़ा से अब्दुल कय्यूम, अहमदाबाद के सोशलिस्ट क्रांतिकारी नेता कौशर अली सय्यद, कलीम सिद्दीकी, महेश परमार, और बहुत से साथी ने अपनी बात रखकर संगठन को आगे बढ़ाने की बात कही। संगठन के फाउंडर साथी सुफयान राजपूत ने बताया के “हमे अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए अपनी आवाज़ को बुलन्द करना होगा। अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए सभी समाज के सामाजिक और हक की लड़ाई लड़ने वाले संगठनों को एक होना होगा। इस आवाज़ पर हम सब को एक होना होगा” राजपूतने पहले कार्यक्रम में ही लगातार कई प्रोग्राम करने का एलान कर दिया। दसूरा प्रोग्राम जुहापुरा में 4/01/2018 को इसी मुद्दे पर किया गया। प्रोग्राम की सफलता के बाद तीसरे प्रोग्राम की घोषणा की गई।
तीसरा प्रोग्राम करने में काफी दिक्कत हुई फरहान भाई ने दहम्मत कर अपने इस प्रोग्राम को आगे बढ़ाते हुए 9 जनवरी 2018 को फरहान सैय्यद की आगेवानी में दरियापुर में कार्यक्रम हुआ जिसमे अक्षर धाम केस में आरोपी बनाये गए तथा सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्दोष छोड़े गए मुफ़्ती अब्दुल कय्यूम मंसूरी, ऊना के दलित नेता केवल सिह राठौड़ (हाईकोर्ट वकील) और बहुत से जाने माने लोग हाजिर हुए। इस प्रोग्राम में आने वाले हर श्रोताने टीम को उत्साहित किया। सुफयान राजपूतने बताया के हमे अपने अधिकार के साथ साथ भ्रस्टाचार के खीलाफ भी आवाज़ उठाना होगा। कांग्रेस, बीजेपी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा दोनों ने मिलकर देश को लूटा है। जनता को बताना होगा कि देश को किस्से खतरा है, टीम को सफलता मिली। चौथा प्रोग्राम अहमदाबाद की एक ऐसी बस्ती में किया गया जहाँ आज भी लोगो के घरों में पीने का स्वच्छ पानी, सीवर लाइन, स्ट्रीट लाइट, रास्ते और काफी जीवन जरूररयात चीजो की समस्या है। वो है बॉम्बे होटल के पास बेरल मार्केट, नारोल में हुआ। टीम के साथी इमरान हिन्दुस्तानी, इमरान बुलेट राजा ने 09/02/2018 को कार्यक्रम किया| इस प्रोग्राम में मुख्य अतिथि एडवोकेट शमशाद खान,……… इसके बाद हमारी आवाज़…हमारा अधिकार… ने बरोड़ा में भी प्रोग्राम का आयोजन किया पांचवे प्रोग्राम ने इस संगठन में जान डाल अब्दुल कय्यूम बरोड़ा और उनके साथियोंने दिन रात मेहनत कर इतिहासिक कार्यक्रम किया 14 फरवरी 2018 शाम 8 बजे बरोड़ा में हुए कार्यक्रम का संचालन असलम शेखने किया| शैख़ के संचालनने टीम को एक बेहतरीन वक्ता से रूबरू करवा दिया| हमारी आवाज़…हमारा अधिकार… के लगातार छोटे बड़े सम्मेलनों के बाद संग्ठनने अमदाबाद में महा संमेलन करने का निर्णय लिया इस महासम्मेलन के लिए आन्दोलनकारी नेता जिग्नेश मेवानी (MLA वडगम), मोहहत पाण्डेय (JNUSU President), वासीफ हुसेन (दिल्ली सोशल एक्टिविस्ट ) सहित जाने मने चेहरों को निमंत्रण भेजा गया 22 फरवरी 2018 को यह सम्मेलन होना था लेकिन पुलिस की अनुमति न होने के कारण कार्यक्रम रद्द करना पड़ा था। हमारी आवाज़ हमारा अधिकार के प्रमुख मुशर्रफ (बब्लू राजपूत) की आगेवानी में 7 जुलाई 2018 को ईद मिलन का कार्यक्रम रखा गया जिसमे राजपूत ने शहर के उन लोगों को एकत्र किया जो समाज की लड़ाई में अपनी हिस्सेदारी देते आये है सभी संगठनों को एक दस्तरख्वान (स्टेज) पर साथ लाकर साथ काम करने की रणनीति पर तय्यार किया ताकि सामाजिक कामों को और बेहतरी से किया जाये।
हमारी आवाज़ हमारा अधिकार, अधिकारों की लड़ाई के साथ साथ आपदा एवं प्राकृतिक आपदा के समय भी लोगों की मदद में हमेशा तय्यार रहता है| उदहारण – के तौर पर वर्तमान में ही चंदोला तलाव की बस्ती आग लगने के समय यह टीम सबसे पहले पहुँच कर आग बुझाने में सहायता, मेडिकल हेल्प के अलावा पीड़ितों को ज़रूरत की वस्तुएं भी पहुंचाई इसी प्रकार से अजित मिल सर्कल पर हुए एक सड़क हादसे में शीला भदोरिया की मृत्यु हो गई थी। जिनमे कोई भी संस्था या पुलिस किसी प्रकार की मदद नही कर रही थी इस संगठन को सड़क दुर्घटना की खबर मिलते ही टीम के साथी इमरान हल्ला बोल , असलम और शोएब सैयद अपने प्रमुख मुशर्रफ राजपूत के साथ घटना स्थल पहुँच कर मीडिया को जानकारी देने के अलावा पोस्ट मार्टम, तथा FIR करवा कर परिवार की सहायता की।
टीम के सभी साथी आवश्यक मुद्दों पर आवेदन देकर सरकार को जगाते रहते है।
हमारी आवाज़…हमारा अधिकार टीम की नई बॉडी का गठन सर्वसहमति से किया गया है। वो इस प्रकार है
(1) प्रेसिडेंट :-
मुशरर्फ(बब्लू राजपूत)
7778005544/ 9898965994
(2) वाईस प्रेसिडेंट :-
1. इमरान शेख (हिंदुस्तानी)
२. इमरान शेख (हल्लाबोल)
(3) सेक्रेटरी :-
1. जीशान राजपूत
(4) जनरल सेक्रेटरी :-
1. शोएब सैय्यद
2. मुनव्वर भाई
3. रहीस मंसुरी
(5) खजानची :-
1. इक़बाल शेख
2. सह-खजानची
फारूक भाई
(6) मुख्य सलाहकार :-
1. मुनव्वर भाई
2. सुफियान राजपूत
3. फरहान सैय्यद
(7) मेनिफेस्टो इंचार्ज :-
1. सहजाद राजपूत
2. हाफिजजी सिंगापुरी
(8) मीडिया इंचार्ज :-
1.असलम शेख
2. हनीफ सोडवाला